समाधान..
समाधान की तलाश का सफर
Sunday, May 16, 2010
क्यूं?
क्यूं एक ठहराव सा आ गया है;
क्यूं ज़िंदगी आज थम सी गयी है;
क्यूं जिज़ीविशा खो गयी है;
क्यूं चेतना विलुप्त हो गयी है;
इस 'क्यूं' का उत्तर क्यूं नही मिलता आज ?
1 comment:
Aarti Bhardwaj
May 19, 2010 at 1:48 AM
Kyunki is "Kyun" ko sochne Ke Liye Koi Bhi Rukta Nahin Aaj..
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