Saturday, April 9, 2011

इन्साफ अभी बाकी है !


ये तो अभी शुरुआत है,

अंजाम अभी बाकी है.

उम्मीदों और सपनों का परवान अभी बाकी है,

देखना ये उबाल ठंडा कहीं न पड़ जाये.

क्रांति का असली इम्तिहान अभी बाकी है

मुश्किल है रास्ता, दूर तलक चलना है,

इस सफर का मकाम अभी बाकी है,

जश्न मनाने का नहीं है ये समय,

एक आम चेहरे पर मुस्कान अभी बाकी है

रुक न जाना, थक न जाना,

लड़ रहे तमाम साथयों का इन्साफ अभी बाकी है.

जोश के साथ रखो होश बरकरार,

इस व्यवस्था को बदलने का काम अभी बाकी है